National Coordination Committee CWC Meeting for pension hike

National Coordination Committee CWC Meeting

*आभार* 

*महाराष्ट्र मे मुंबई के नजदीक, पालघर यहा के श्री अनिल जी ताराबादकर, जो की महाराष्ट्र ईपीएस 95 राष्ट्रीय समन्वय समीती,सलग्न भारत पेंशनर समाज, नई दिल्ली,के कार्याध्यक्ष भी है, और ऊनको कन्धे से कन्धा मिलाकर सहकार्य करनेवाले महाराष्ट्र के अध्यक्ष श्री विनायकराव  गोडसे, और, सोलापुर के श्री शशिकांतजी ठोकळे, महाराष्ट्र इकाई के महासचिव ईन सभी महानुभाव का और पालघर जिला ईपीएस टीम का सबसे पहले आभार व्यक्त करते है* 

*अनिल ताराबादकर और ऊनकी पालघर जिल्हा समन्वय समिती की टिम की ओरसे आल ईंडीया सेन्ट्रल वर्कींग कमिटी की सभा मे 18  राज्य से 70 प्रतिनिधि उपस्थित हुए.* 

*सभी ने विद्यमान सरकार का ईपीएस पेंशनरों के साथ किए जा रहे रवैये पर खेद जताते हुए यह निर्णय किया की*, 

*यदी  ईपीएस 95 पेंशनरो को, 9000 रू और मंहगाई भत्ता ईतनी पेंशन,*

 *विडो को 100 परसेंट पेंशन,*

 *सभी पेंशनर को पंतप्रधान स्वास्थ्य बिमा योजना का लाभ*,

*और  23/03/2017 के सर्कुलर के हिसाब से हायर पेंशन का लाभ देना होगा*

 *यदी नही दिया तो मजबूरन हमे न चाहते हुए भी ऐसा कदम उठाना पडेगा जीस की कल्पना किसीने नही की होगी।*

*ईसके बाद पालघर जिल्हा पेंशनर की सभा दिनांक 27 अप्रैल 2022 को और 28 अप्रैल 2022 को ठाणे* *जिल्हा ईपीएस पेंशनर की सभा,* 

*राम गणेष गडकरी रंगायतन ठाणे मे संपन्न हुई।* 

 *दोनो जगह सभा मे भारी संख्या मे पेंशनर उपस्थित थे*

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*सभा मे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रकाश येंडे, राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष श्री भीमराव डोंगरे, राष्ट्रीय महासचिव श्री प्रकाश पाठक, वैधानिक सलाहकार श्री दादासाहेब झोडे,और राष्ट्रीय उप महासचिव श्री चंद्रशेखर परसाई, ओडीसा राज्य के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री भाग्यधर ब्रम्हा, कर्नाटक से राष्ट्रीय डिप्टी जनरल सेक्रेटरी लायन श्री रेणुकुमार, नई दिल्ली से एन सी आर, के सेक्रेट्री श्री एस सी मोटण, और समन्वय समीती के राष्ट्रीय सेक्रटरी श्री मदन भारती, उत्तराखंड, आंध्रा,तेलंगाना, छत्तीसगढ, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान,से हरगोविंद शर्मा, साउथ ईंडीया से कणकराज*, *जाणकीराम,और अन्य ईसवक्त नाम याद नही आरहे (क्षमाप्रार्थी हूं )*

*17 राज्यो से करीब करीब 70 कार्यकारिणी के सदस्य सी डब्ल्यू सी की सभा मे उपस्थित होकर महत्वपूर्ण सुझाव रखे गए।* 

*सबसे महत्वपूर्ण सुझाव यह है की, आनेवाले दिनो मे गर्मी कम होने के बाद, दिल्ली मे ऐतिहासिक आंदोलन छेडा जायेगा।* 

*दुसरा सुझाव यह भी आया की क्यु नही हम, हमारे आदरणीय प्रधान मंत्री जी की गुजरात निवासी पुज्य माताजी का आशीर्वाद लेकर अपने आंदोलन का श्री गणेशा करे. सुझाव तो अच्छा है, लेकिन यदी ईन गरीब पेंशनरो की,700/800/1000 रू पेंशन प्राप्त करने वाले संघटन की आर्थिक व्यवस्था को भी समझना होगा ।*

*आंदोलन की जरूरत क्यु?*

*क्यो की विद्यमान भारत की केंद्रीय सरकार के बहोत  सारे नेताओं ने ईपीएस पेंशनरोको 90 दिनो के अन्दर, कोशीयारी कमिटी के हिसाब  से पेंशन और मंहगाई भत्ता देने की बात कही थी, 90 दिन तो छोडो, लेकिन 8/9 साल गुजर जाने के बाद भी ईनकी निंद नही खुलने की वजह से ईन्हे 70 लाख पेंशनर और करीब करीब 20 करोड ड्युटी पर तैनात पेंशनर सदस्य अपना हक मांगने हेतु पुरी तैयारी के साथ दिल्ली मे संगठित होकर, ईपीएस पेंशनरोंको न्याय दिलवाकर रहेंगे*

 । *हरेक राज्य के पेंशनर और पेंशन के सदस्य (पी एफ के सदस्य) दिल्ली मे अपने अपने 8 दिन दिल्ली के पेन्शनरो के आंदोलन को समर्पित करेंगे।* 

*यदी यह विद्यमान सरकार भारत के सिनियर सिटीजन को सिर्फ 1000/- रू महीने मे गुजारा करणे को मजबूर करती है, तो एक हजार का मतलब होता है 33 रू हर रोज इस 33 रू मे मीयाॅ बीबी को जीना है, मतलब 16 रूपए 50* *पैसा,मे प्रतिदिन मे गुजारा करने को मजबूर करने वाली सरकार को क्या कहना चाहिए। ईस पर सर्वोच्च न्यायालय, मानवाधिकार संगठन का ध्यान आकर्षित करना अब जरूरी हो गया है। क्यो की ईन्ही लोगो ने इस भारत देश को महासत्ता बनाने के लिए रात दिन मेहनत की है। ईन्हे प्रतिदिन 16रू50 पैसा।*

*और जिन्होने देश को लुटा,जनता को लुटा, देश के साथ गद्दारी की,देशद्रोह किया, देश का अमुल्य धन चोरी कर के विदेश की बॅन्क मे रखने का काम किया, और ईनमे से जिनके आरोप सिध्द हुए,और ऊन्हे जेल हुई।*

 *ऐसे जेल के कैदीयों पर प्रतिदिन यही सरकार 126 रू खर्च करती है* *याने महीने मे 126*30=3780 रू खर्च करना सही समझती है ।*

*तो ऊन्हे एकबार वोट का भी गणित समझाने का काम करणा हमारी नैतिक जिम्मेवारी बनती है* ।

*यह आंदोलन सही मायने मे कार्यरत कर्मचारी यों का आंदोलन है। यह कार्यरत कर्मचारीयों की संख्या करीब करीब 20 करोड के आसपास। है। याने 20 करोड परिवार की समस्या मतलब होता है करीब करीब 40/50 करोड वोटर, क्या ईन वोटरो की कीसी को जरूरत नही। तो ठीक है।*

*समझो ड्युटी पर तैनात भाईयो और बहनो*

*कार्यरत कर्मचारी समझे की सरकार अपनी गाढी कमाई  कैसे लुट रही है*

*समझो यदी आप की महीने की सैलरी 15000/- रू है, तो 8 पाॅईंट 33% के हिसाब से सरकार के ईपीएफओ के खजाने महीने के 1250 रू सिधे आप के सॅलरी से चले जाते है । और यदी आप 33 साल सर्विस करने के बाद आपको यह ईपीएफओ/सरकार सिर्फ 7500 रू पेंशन देगी, आजके पेंशन फार्मुले के हिसाब से* 

*दुसरी बात यदी आप यह रक्कम रिकरिंग डिपाॅझीट मे डालते है, और ऊसपर पी एफ पर मिलने वाला ब्याज 8.5% ही लगाकर 33 साल की सिर्फ रिकरिंग डिपाॅझीट ही रखते तो आपको, 33 साल के बाद 30 लाख 2 हजार रुपए प्राप्त होंगे । यदी आप यह रक्कम कीसी भी को आपरेटिव्ह बॅक मे फिक्स डिपाॅझीट कर दो तो आपको महीने का 25/26 हजार रूपैया ब्याज प्राप्त होगा।*

*लेकिन यह सरकार/ईपीएफओ आपको सिर्फ 7500 रू बतौर पेंशन देगी। और महीने का 18 हजार रूपए खुद ही रख लेगी, और मिय्या बीबी मरने के बाद जमा रू 30 लाख रुपए भी दबा देगी। तो यह कहा का न्याय है।*

*जबकी हमारी फिक्स डिपाॅझीट की राशी रू 30 लाख हम दोनो मरने के बाद हमारे बच्चे को बॅन्क तो वापिस करेगी*. 

*लेकिन सरकार/ईपीएफओ यह नही करेगी।*

*ईतना सब कार्यरत कर्मचारी यो का नुकसान होते हुए भी यदी यह दिल्ली के आंदोलन मे शामिल नही होते है तो फिर भगवान ही ईनका मालीक है।* 

*इन के सभी श्रमिक संघटनो से करबध्ध प्रार्थना करते है की आप अपने अपने झंडे,दंडे, बैनर, पोस्टर्स, लेकर आंदोलन मे शामिल होकर ईस महत्वपूर्ण और अपनी भावी पीढी को बर्बाद होने से बचाए। यहा श्रेय लेने की कोई बात नही.*

*(मेरा व्यक्तिगत सुझाव यह है की सांसद श्री एन के प्रेमचंद्रन साहब जिन्हे ईपीएस की पुरी पुरी जानकारी है, ऊन्हे सब एकबार रिक्वेस्ट कराकर नेतृत्व करने के लिए बोल सकते है।)*

*यदी किसी पेंशनर भाई बहन को मेरी लिखी हुई पोस्ट पर ईतराज हो तो क्रुपया मुझे क्षमा करे, और पोस्ट डिलीट करे, धन्यवाद।*

*आपका नम्र पेंशनर*

*पुंडलीक पाण्डेय*

*राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, ईपीएस 95 को आर्डिनेशन कमेटी.*

*मॅनेजिंग कमेटी मेंबर*

*भारत पेंशनर समाज, नई दिल्ली.*

*गणेष नगर, पुलगांव (वर्धा) महाराष्ट्र।* 

*पीन कोड 442 302*

*मो.नंबर.  9422905481.*

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